🛑 जरा बचके! ये नया साइबर फ्रॉड है: "गलती से पैसे भेजना"
💡 फ्रॉड का तरीका क्या है?
- फ्रॉड करने वाला जानबूझकर आपके अकाउंट में पैसे भेजता है (जैसे ₹50,000)।
- फिर वह आपको फोन करता है और बोलता है – "गलती से मेरी बहन को पैसे भेजने थे, आपके अकाउंट में चले गए, प्लीज़ वापस कर दो।"
- वह आपसे कहता है कि किसी और (उसके बताये गए) अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करो।
- असली चाल ये है कि:
- उसने बैंक में पहले ही पैसा वापस पाने का क्लेम डाल दिया होता है।
- बैंक कुछ दिनों बाद अपने आप उसके अकाउंट में पैसे लौटा देगा।
- अगर आपने भी डरकर या दया करके उसका पैसा उसे वापस भेज दिया,
👉 तो आपकी जेब से डबल पैसे (₹1 लाख!) चले जाएंगे।
⚠️ इससे कैसे बचें?
✅ सेफ्टी टिप्स:
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अगर किसी अनजान व्यक्ति से पैसे आ जाएं, तो:
- तुरंत बैंक मैनेजर से संपर्क करें।
- किसी और को पैसे मत भेजिए।
- फोन या WhatsApp से अकाउंट नम्बर लेकर पैसा कभी मत भेजिए।
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कोई भी दावा करता है कि पैसा गलती से गया है तो कहिए:
“मैं बैंक से बात करके ही कुछ करूंगा।”
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फ्रॉड करने वाला पुलिस की धमकी देगा, इमोशनल बात करेगा, बार-बार फोन करेगा।
- डरिए मत।
- सीधे कहिए कि – आप अपने बैंक से क्लेम कीजिए।
-
अगर बैंक से मैसेज आए कि पैसा वापस हो गया है, तो डरिए नहीं –
ये बैंक ने उसके क्लेम के आधार पर किया है, आपका नुकसान नहीं होगा अगर आपने पहले कोई पैसा नहीं भेजा।
📌 सीख – फ्रॉड से कैसे बचें:
🚫 गलती | ✅ सही कदम |
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सीधे पैसे भेज देना | पहले बैंक मैनेजर से बात करें |
फ्रॉड का डर और फोन पर भरोसा करना | ठंडे दिमाग से सोचें, किसी को पैसा न भेजें |
बिना जांचे पैसे ट्रांसफर करना | बैंक से लिखित पुष्टि के बाद ही कोई कदम उठाएँ |
📢 समापन संदेश:
"कोई आपको अचानक पैसा भेजे, तो समझिए कुछ गड़बड़ है।
उसका अकाउंट नम्बर माँगने की जगह, बैंक जाकर पूरी बात बताइए।
वरना दया दिखाते-दिखाते खुद धोखा खा बैठेंगे।"